पहला ऑर्डर मैंने सोचा कैंडल्स ने PP बनाया है हाफ तक आती है कॉल buy करता हूँ और कर लिया। लेकिन मार्किट नीचे आ गयी और लोस्स हो गया।
गलती : ट्रेंड नहीं देखा की मार्किट downtrend का है और downtrend में पुट की ट्रेड लेने के लिए एक बार भी नहीं सोचेंगे लेकिन कॉल की ट्रेड लेने से पहले हजार बार सोचेंगे।
गलती : कैंडल्स नहीं पढ़ी, ट्रेंड identify करने में चूक गया।
दूसरा ऑर्डर भी उल्टी खोपड़ी चलाने की कोशिश की फ़ैल हो गया।
तीसरा ऑर्डर उल्टी खोपड़ी चलायी, पर होल्ड नहीं कर पाया लोस्स दिखा रहा था बस थोड़ा सा और होल्ड करना था। तो 10, 15, पॉइंट मिल जाते लेकिन मैंने लोस्स में सेल्ल कर दिया।
चौथा ऑर्डर मैंने trendline बनायीं और trendline पर buy किया। 850 प्रॉफिट दिखा रहा था और मेरा 651 का लोस्स कवर हो रहा था और ब्रोकरेज के पैसे मिल रहे थे। मैंने होल्ड कर लिया इंडिया विक्स 6.50 % प्लस देखकर और 17 पर चल रहा है ये देखकर। लेकिन कैंडल्स धीरे धीरे ऊपर सरक गयी और trendline का ब्रेकआउट हो गया मैंने होल्ड किया थोड़ा सा और , और फिर लोस्स में सेल्ल किया।
गलती : इंडिया विक्स के भरोसे ट्रेड नहीं करनी क्यूंकि ये बदलता रहता है कभी हो जाएगा 17 पर और 6.50 % प्लस। तुम सोचोगे की अब तो मार्किट गिरेगी और गिरेगी भी। तुम सोच रहे हो और गिरेगी। लेकिन क्यों ? इंडिया विक्स तो कैंडल जैसे जैसे बनेगी वैसे काम करता है। एक ग्रीन कैंडल बड़ी बन गयी तुरंत इंडिया विक्स 6.50% से 4% पर आ जायेगा। और ग्रीन कैंडल्स बन जाएंगी तो और विक्स और कम हो जायेगा। तो इंडिया विक्स के भरोसे ट्रेड नहीं करते। कैंडल्स हैं मार्किट के न्यूट्रॉन प्रोट्रोन और इलेक्ट्रान। केवल कैंडल पर ही भरोसा करो, उसी को देख के buy, sell करो।
गलती : मैंने 3 ट्रेड लगाए, तीनो को मिलके 750 का लोस्स हो गया। चौथी ट्रेड लगाया 850 प्रॉफिट दिखा रहा है। यानी लोस्स कवर हो रहा है। और लग रहा है की आना कानि कर रहा है तो 850 प्रॉफिट लेके यानी लोस्स कवर कर के सेल्ल। फिर अगली ट्रेड ढूंढो बढियाँ वाली। जरुरी थोड़ी है की चार ही ट्रेड लगानी है और चौथी ट्रेड तुम जान बूझ कर होल्ड कर रहे हो ताकि मुझे कुछ प्रॉफिट भी मिल जाए। क्या पता वो ना जाए भाई उससे आगे। और तो और लोस्स कवर नहीं कर रहे और तो और लोस्स और बढ़ा लिया।