पहला ऑर्डर जो लगा वह देख के लगा की मार्किट gap up ओपन हुयी। और कल का जो हाई था वहां पर पहली कैंडल सपोर्ट ली। इंडिया विक्स 15 पे चल रहा है और माइनस 6 % है लगभग, जो की ये बताता है की मार्किट में डर का माहौल नहीं है मार्किट ऊपर चढ़ाई कर सकता है। और जो दूसरी कैंडल बनी वो ग्रीन बनी। पहली और दूसरी कैंडल मिलकर PP बना है जो की दिखाता है की सेलर यहां पर ट्रैप हो गए हैं। pp ऑप्शन सेलर को ट्रैप करने के लिए बनाया जाता है। फिर अगली कैंडल जैसे ही pp के हाफ तक आयी। और pp कैंडल का हाफ कहाँ पर था। जो पहली कैंडल का हाफ था वही pp का भी हाफ था। जिस वजह से वो एक अच्छा सपोर्ट था बाइंग करने के लिए तो जैसे ही तीसरी कैंडल आयी mid वाली लाइन पर मैंने कॉल में ऑर्डर लगा दिया। और जैसे ही पहली कैंडल के हाई तक गयी सेल्ल कर दिया। क्यूंकि शेयर मार्किट में कुछ भी हो सकता हैं वहां से लौट भी सकती हैं कैंडल। खैर लौटी नहीं चली गयी और ऊपर।
दूसरा ट्रेड जैसे ही कैंडल रेजिस्टेंस को टच की तुरंत एक ऑर्डर put में ठोक दिया। फिर जब कैंडल मेरे विपरीत जाने लगी तो होल्ड किया क्यूंकि ज्यादा लोस्स नहीं दिखा रहा था लगभग 150, 200, 100 लोस्स प्लस माइनस हो रहा था। इसलिए होल्ड किया और फिर प्रॉफिट मिला। ब्रेकआउट फ़ैल हो गया। और इसी का मैं इंतजार कर रहा था।
तीसरा ट्रेड में M pattern देखा और फिर जैसे ही एक कैंडल retest के लिए आयी तुरंत एक put में ऑर्डर लगा दिया। और जैसे ही प्रॉफिट अच्छा खासा दिखाया और लगा की ऊपर जा सकता है तुरंत सेल्ल, 931.50 रूपए लेकर बाहर।
चौथा ट्रेड फिर से उल्टी खोपड़ी चलायी retest वाली जगह पर और जैसे ही लाइन टच किया सेल्ल कर दिया 459 रूपए लेकर बाहर।
गलती : एक ऑर्डर लगाने के बाद रुका करो तुरंत ऑर्डर लगाना नहीं चाहिए। क्यूंकि फ्लो फ्लो मैं कैंडल ज्यादा ऊपर या ज्यादा नीचे भी जा सकती है।