शुरुआत के दोनों ट्रेड मैंने gap theory वाला logic लगा के ट्रेड किया था। पहला ट्रेड तो लोस्स हो ही गया दुसरे ट्रेड में 200 रूपए कुछ दिखा रहा था मैंने बुक नहीं किया था ये सोच के गैप fill कर सकता है। gap theory पर मैं जो भी ट्रेड ले रहा हूँ वो सटीक नहीं बैठ रही केवल 10 में से एक दो ही ट्रेड सही जा रही है गैप थ्योरी की।
तीसरा ट्रेड मैंने लगाया जब मेजर सपोर्ट पर आ गयी थी कैंडल, जहाँ कई सारी स्विंग्स बनायीं हैं मार्किट ने। doji देखकर और doji के low के पास जैसे ही कैंडल आयी थी तो मैंने आर्डर लगाया था और कैंडल के और थोड़ा नीचे आने पर मैंने होल्ड किया था और जब तक रेजिस्टेंस तक नहीं गयी तब तक मैंने बेचा नहीं था। होल्ड करने का एक कारण यह भी था की गैप छूटा हुआ था। और जैसे ही पहले गैप तक गया और नीचे आने को हुआ मैंने बेच दिया।
चौथा ट्रेड मेरा स्विंग देखकर लगा था की कैंडल यहाँ से स्विंग बना कर गया है तो ये सपोर्ट की तरह एक्ट कर सकता है। पर मैं उसको होल्ड नहीं कर पाया क्यूंकि मैं लोस्स नहीं लेना चाहता था कैंडल जैसे ही नीचे आने लगी तो ये सोच के की कहीं प्रीमियम भी नीचे ना आ जाये तो मैंने फिर बेच दिया तुरंत और फिर बाद में देखा तो मेरा आर्डर सही लगा था वहां से तेजी से बाइंग का मोमेंटम आया था।